उसके प्रश्न में प्रश्नवाचक चिन्ह नहीं थे
न उसके रोने मे आवाज़
इसलिए (?)
उसका प्रश्न और रुदन असहनीय था |
उसकी अभिव्यक्ति मूक थी
और भाषा निःशब्द
इसलिए (?)
वह खुद के लिए भी एक अजनबी था
उसके विचार प्रगतिशील थे
और प्रगतिशीलता तटस्थ
इसलिए (?)
उसका जीवन एक सुन्दर विचार था !
मानवता उनका धर्म था
और सारे धर्म अमानवीय
इसीलिए (?)
उनका समाज नास्तिक था |
वो इश्वर को खोजना चाहते थे
उस चाह को कभी नहीं खोज पाए
इसलिए (?)
उनका समाज पराजित था |
उन्हें बहादुर दिखने की चाह थी
उन्होंने कभी लड़ाई नहीं लड़ी
इसलिए (?)
वो लज्जित थे |
उन्हें लज्जा से डर लगता था
और अपने चेहरे से भी
......
उन्होंने मुखौटे लगा लिए |
न उसके रोने मे आवाज़
इसलिए (?)
उसका प्रश्न और रुदन असहनीय था |
उसकी अभिव्यक्ति मूक थी
और भाषा निःशब्द
इसलिए (?)
वह खुद के लिए भी एक अजनबी था
उसके विचार प्रगतिशील थे
और प्रगतिशीलता तटस्थ
इसलिए (?)
उसका जीवन एक सुन्दर विचार था !
मानवता उनका धर्म था
और सारे धर्म अमानवीय
इसीलिए (?)
उनका समाज नास्तिक था |
वो इश्वर को खोजना चाहते थे
उस चाह को कभी नहीं खोज पाए
इसलिए (?)
उनका समाज पराजित था |
उन्हें बहादुर दिखने की चाह थी
उन्होंने कभी लड़ाई नहीं लड़ी
इसलिए (?)
वो लज्जित थे |
उन्हें लज्जा से डर लगता था
और अपने चेहरे से भी
......
उन्होंने मुखौटे लगा लिए |