रविवार, 15 जुलाई 2012

ख़ामोशी का भी अपना एक व्याकरण होता है.

इसके  भी
हर्फ़ होते है,
अलफ़ाज़ होते है
अल्फाजो का चयन होता है.

ख़ामोशी का भी अपना एक व्याकरण होता है.

उस घढ़ी की टिकटिक
इन हवाओ का चलना
और अब बारिश की टिप टिप

इस  संगीत में बस चुप रहने का मन होता है.

डुबो मत बैठना
इस सैलाब में खुद को
कहते है कहने वाले

ये सब तो बस कच्ची उम्र का उतावलापन होता है.

उसने चुना किनारा
मैंने चुना डूबना
वो भी सही, मै भी सही

आखिर सबका अपना अपना चयन होता है.

ड्राइंग-रूम में सजे पौधे ने
बगीचे से चिठ्ठी में कहा

ऐसे जीवन से बेहतर तो मरण होता है.





अकेलापन: उसका. मेरा.

Because, a falling leaf is almost like a heart in love.
उसका अकेलापन
क्या मेरे अकेलेपन के कारण है
या मेरे अकेलेपन का कारण है

या फिर

सच के दोनों संस्करणों को समेटे
वो, मै और मुझ से परे,
है एक स्वतंत्र इकाई.


पर कितनी स्वतंत्र?


उतनी,
जितनी  होती है शाख से अलग हों चुकी पत्ती
या बादल से कमान से निकली हुई बूँद बारिश की

या उतना
जितना  होता है समंदर के बीच
एक  वीरान सा टापू
The solitude of an Island is as unbearable but equally different

या फिर
जितने होते सूनसान से रेगिस्तान में
बड़े बड़े
रेट के टीले.

फर्क है
स्वतंत्रता स्वतंत्रता में भी
समझ रहे हों न?                                                       
इस  फर्क को?
मुझको?
from the solitude of a dune.




शनिवार, 14 जुलाई 2012

समय आ गया है.

समय को अब नेपथ्य में भेजने का समय आ गया है.

अब  तक हुआ है सब कुछ बहुत ही तरीके से .
बिलकुल चरणबद्ध.
गिनती  की तरह.
पर जीवनी नहीं है मेरी
ये जीवन है.
 जीवंत.

इस जीवट में व्यवस्था को सहेजने का समय आ गया है
समय को अब नेपथ्य में भेजने का समय आ गया है.