जानते हो
उस दिन
इतने प्रयास, निराशा, कातरता,
व्रत, खोज, जागरण,
अनिद्रा,
और भूख
से थका वो भिक्षु
सुजाता की खीर खाने के तुरंत बाद
रोया था
आखिरी बार
बुद्ध होने से पहले |
बुद्ध का रोना
बाहर छोड़ दिया गया
सूत्रों, पित्तको,
और जातक कथाओ से भी
इस तरह एक भिक्षु को बनाया गया भगवान्
बुद्ध होने के बाद |
जीवन से बाहर छूट गया सदा के लिए
भिक्षु का रोना.
बुद्ध का होना.
बुद्ध का रोना
बाहर छोड़ दिया गया
सूत्रों, पित्तको,
और जातक कथाओ से भी
इस तरह एक भिक्षु को बनाया गया भगवान्
बुद्ध होने के बाद |
जीवन से बाहर छूट गया सदा के लिए
भिक्षु का रोना.
बुद्ध का होना.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें